शिवाजी
विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर (महाराष्ट्र)
हिंदी
अध्ययन मंडल
प्रथम
वर्श कला- हिंदी (विषेश ऐच्छिक)
(शैक्षिक वर्ष : 2018-19,
2019-20 तथा 2020-21)
प्रस्तुत
पाठ्यक्रम का निर्माण विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली की
माडल
पाठ्यचर्या के आलोक में किया गया है
……………………………………………………………………………………………
v पाठ्यक्रम के
उद्देष्य:
1. छात्रों की हिंदी
साहित्य के प्रति रुचि बढ़ाना तथा छात्रों को साहित्य की विविध विधाओं से परिचित
कराना।
2. छात्रों को हिंदी
क प्रतिनिधि गद्यकारों एवं कवियों से परिचित कराना।
3. छात्रों में हिंदी भाषा के श्रवण, पठन एवं लेखन की
क्षमताओं को विकसित कराना।
4. निबंध, कहानी, रेखाचित्र, एकांकी,
रिपातार्ज, संस्मरण, व्यंग्य
आदि विधाओं के माध्यम से छात्रों का
भावात्मक विकास कराना।
5. छात्रों में नैतिक
मूल्य, राष्ट्रीय मूल्य एवं उत्तरदायित्व के प्रति आस्था निर्माणकरना।
6. छात्रों में राष्ट्र के प्रति प्रेम, राष्ट्रीय
ऐक्य स्थापना एवं सामाजिक प्रतिबद्धता हेतु राष्ट्रभाषा हिंदी का प्रचार-प्रसार करना।
7. छात्रों की विचार
क्षमता तथा कल्पनाशीलता को बढ़ावा देना।
......................................................................................................................................................
अध्यापन पद्धति:
1. व्याख्यान तथा विश्लेशण।
2. सस्वर काव्य पाठ,
प्रकट वाचन, संवाद।
3. ग्रंथालयों के माध्यम
से संबंधित लेखकों, कवियों की मौलिक कृतियों से छात्रों का
परिचय।
4. दृक-श्राव्य
साधनों/माध्यमों का प्रयागे ।
5. संगोष्ठी , स्वाध्याय तथा गुटचर्चा।
6. पी.पी.टी./भाषा प्रयोगषाला का प्रयोग।
7. विषेशज्ञॊं के व्याख्यान, साक्षात्कार
तथा प्रश्नावली।
..................................................................................................................................................
पाठ्यपुस्तक
- साहित्य जगत्
संपादक
एवं प्रकाशक,
शिवाजी
विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर।
प्रथम
सत्र: विषेश ऐच्छिक प्रश्न पत्र- I
हिंदी कविता
अध्ययनार्थ पद्यपाठ:
इकाई -I
1. भिक्षुक
- निराला
2. बालिका
का परिचय- सुभद्राकुमारी चैहान
3. तेरी
खापे डी के अंदर - नागार्जुन
4. वसंत
आ गया- अज्ञेय
इकाई - I I
5. अजीब-सी मुष्किल - कुंवर
नारायण
6. पैदल
आदमी- रघुवीर सहाय
7. बीस
साल बाद – धूमिल
8. घर
की याद - राजेष जोषी
इकाई - I I I
9. हो गई है पीर – दुष्यंतकुमार
10. माँ
जब खाना परोसती थी - चंद्रकांत देवताले
11. एकलव्य
- किर्ति चौध़री
12. बेजगह
- अनामिका
इकाई –IV
13. नया बैंक - मंगलेष डबराल
14. सत्ता
- उदय प्रकाश
15. स्त्री
मुक्ति की मषाल - रजनी तिलक
16. बाजार
- जया जादवानी
....................................................................................................................................................
द्वितीय
सत्र: विषेश ऐच्छिक प्रष्नपत्र II
हिंदी
गद्य साहित्य
अध्ययनार्थ गद्य पाठ:
इकाई –V
1. जीवन और शिक्षण (निबंध) -
विनोबा भावे
2. सूरदास
(निबंध) - बाबू श्यामसुंदर दास
3. विज्ञापन
युग (निबंध) - माहेन राकेश
इकाई –VI
4. भगत की गत (व्यंग्य) - हरिशंकर
परसाई
5. फुटपाथ
के कलाकार (व्यंग्य) – शरद जोशी
6. गोषाला
चारा और सरपंच (व्यंग्य) – शंकर पुणतांबेकर
इकाई –VII
7. पंचलाईट (कहानी) – फणीश्वरनाथ
‘रेणु’
8. चीफ
की दावत (कहानी) – भीष्म सहानी
9. अकेली
(कहानी) - मन्नू भंडारी
इकाई –VIII
10. संस्कार और भावना (एकांकी)
– विष्णु प्रभाकर
11. रजिया (रेखाचित्र) -
रामवृक्ष बेनीपुरी
12. किसान
के घर से (यात्रा संवाद) - मधु कांकरिया
..............................................................................................................................................
संदर्भ
ग्रंथ-
1. हिंदी निबंधों का शैलीगत
अध्ययन - डॉ.मु.ब.शहा
2. कहानी स्वरूप और
संवेदना - राजेंद्र यादव
3.शरद जोशी का व्यंग्य साहित्य - डॉ.सूर्यकातं षिंदे
4. रेणु का कथा साहित्य
– सुरेश चंद्र मेहरोत्रा
5. कथाकार भीष्म सहानी - डॉ.कृष्णा पटेल
6. मोहन राकेश और उनका साहित्य - डॉ.कविता शनवारे
7. एकांकीकार विष्णू प्रभाकर - डॉ.संजय चोपडे
8. हिंदी व्यंग्य परंपरा
में शंकर पुणतांबेकर का योगदान - डॉ.अनुपमा प्रभुणे
9. रामवृक्ष बेनीपुरी और
उनका साहित्य - डॉ.गजानन चव्हाण
10. हिंदी के आधुनिक
प्रतिनिधि कवि - द्वारिकाप्रसाद सक्सेना
11. नागार्जुन की कविता
- अजय तिवारी
12. क्रांतिकारी कवि निराला
- डॉ.बच्चनसिंह
13. धूमिल की काव्य
यात्रा – मंजू अग्रवाल
14. नई कविता के प्रमुख
हस्ताक्षर - डॉ.संतोशकुमार तिवारी
15. अज्ञेय
की कविता: एक मूल्यांकन – डॉ.चंद्रकांत बांदिवडेकर
शिवाजी
विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर
बी.ए.
भाग 2 हिंदी
सेमिस्टर
- III
पेपर
नं. 3 . आधुनिक गद्य साहित्य
अध्यापन
- जून 2014 से
पाठ्यपुस्तक
- साहित्य सौरभ,
संपादन, शिवाजी
विश्वविद्यालय, कोल्हापुर
प्रथम सस्करण, जून 2014
....................................................................................................................................................
v पाठ्यक्रम के
उद्देष्य:
1. साहित्य की विविध
विधाओं से परिचित कराना।
2. छात्रों को हिंदी के
आधुनिककालीन प्रतिनिधि कवियों एवं उनके काव्य से परिचित कराना।
3. छात्रों में हिंदी भाषा के श्रवण, पठन एवं लेखन की
क्षमताओं को विकसित कराना।
4. हिंदी साहित्य की
अलग-अलग विधाओं के माध्यम से छात्रों का भावात्मक विकास कराना।
5. छात्रों
की विचार क्षमता तथा कल्पनाशीलता को बढ़ावा देना।
....................................................................................................................................................
युनिट 1: कथा
साहित्य
1 बडे घर की बेटी- प्रेमचंद
2 पत्नी -जैनेंद्र
3 दुखवा मैं कासे कहूँ? -आचार्य
चतुरसेन
युनिट 2 :कथा
साहित्य
4 भेडिंये- भुवनेश्वर प्रसाद
5 शादी का जोकर- अब्दुल
बिस्मिल्लाह
6 जिनावर -ओमे प्रकाश वाल्मीकि
युनिट 3 :कथेत्तर
साहित्य
1 नाखून क्यों बढते हैं ? (निबंध)- हजारीप्र्रसाद
द्विवेदी
2 नये संसार के अग्रदूत (संस्मरण)-
भीष्म सहानी
3 बहुत दिनों बाद (डायरी) -रामदरश
मिश्र
युनिट 4 :कथेत्तर
साहित्य
4 देश सेवा के अखाडे में (हास्य-व्यंग्य)-सूर्यबाला
5 विवेकानंद (जीवनी) -रामनाथ ‘सुमन’
6 स्वर्णिर्मम गौरव-गाथा (रेडियोनाटक )-चिरंजीत
.......................................................................................................................................................
शिवाजी
विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर
बी.ए.
भाग 2 हिंदी
सेमिस्टर
–III
पेपर
नं. 4 . मध्यकालीन एवं आधुनिक काव्य
अध्यापन
- जून 2014 से
पाठ्यपुस्तक
- हिंदी काव्यधारा (संपादन, शिवाजी विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर)
.......................................................................................................................................................
v पाठ्यक्रम के
उद्देष्य:
1. मध्यकालीन काव्य
एवं कवियों से परिचित कराना.
2. आधुनिककालीन काव्य
एवं कवियों से परिचित कराना.
3. निर्गुण एवं सगुण
काव्यधारा की विशेषताओं से परिचित कराना.
4. राष्ट्रीय
काव्यधार से परिचित कराना.
5. यथार्थवादी
साहित्यिक प्रवृत्ति से परिचित कराना.
......................................................................................................................................................
युनिट 1 -मध्यकालीन
काव्य
1 कबीर के पद
2 तुलसीदास
के पद
3 सूरदास के
पद
युनिट 2 -मध्यकालीन
काव्य
4 मीरा के पद
5 बिहारी के
दोहे
6 वृंद के दोहे
युनिट 3 -आधुनिक
काव्य
1 भारत महिमा
- जयशंकर प्रसाद
2 स्नेह पथ -
भवानीप्रसाद मिश्र
3 अंधियार
ढलकर ही रहेगगा - नीरज
4 इत्यादि - राजेश
जोशी
युनिट 4 -आधुनिक
काव्य
5 पुत्रमोह -निर्मला
गर्ग
6 गाली-
सुशीला टाकभौरे
7 पानी क्या कर रहा है ? - नरेश सक्सेना
8 गजल -जहीर
कुरेशी
शिवाजी
विश्वविद्यालय ,
कोल्हापुर
बी.ए.
भाग 2 हिंदी
सेमिस्टर
–IV
पेपर
नं. 5 . आधुनिक गद्य साहित्य
अध्यापन-जून
2014 से
.......................................................................................................................................................
v पाठ्यक्रम के
उद्देष्य:
1. मन्नू भंडारी
और श्रवणकुमार गोस्वामी के व्यक्तित्व का परिचय
कराना.
2. मन्नू
भंडारी और श्रवणकुमार गोस्वामी के नाट्य रचनाओं से परिचित कराना.
3. नाटकों के कथ्य
एवं शैली से परिचित कराना.
4. नाटकों के उद्देश्य की सार्थकता से परिचित कराना.
5. नाटकों के भाषा शैली और अभिनय एवं रस तत्त्व से परिचित
कराना.
.....................................................................................................................................................
पाठ्यपुस्तकें -
1.बिना दीवारों के घर
(नाटक)-
मन्नू भंडारी,
2. कल दिल्ली की बारी
है (नाटक)-
श्रवणकुमार गोस्वामी
युनिट 1 -बिना
दीवारों के घर
1 नाटककार का
परिचय एवं कथावस्तु
2 चरित्र
चित्रण एवं संवाद
3 देशकाल तथा
वातावरण
युनिट 2- बिना
दीवारों के घर
4 उद्देश्य
एवं शीर्षक की सार्थकता
5 भाषा शैली
6 अभिनय एवं
रस
युनिट 3 -कल दिल्ली
की बारी है
1 नाटककार का
परिचय एवं कथावस्तु
2 चरित्र
चित्रण एवं संवाद
3 देशकाल तथा
वातावरण
युनिट 4 -कल दिल्ली
की बारी है
4 उद्देश्य
एवं शीर्षक की सार्थकता
5 भाषा शैली
6 अभिनय एवं
रस
--------------------------------------------------------------------------------------------------------
शिवाजी
विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर
बी.ए.
भाग 2 हिंदी
सेमिस्टर
–IV
पेपर
नं. 6 . आधुनिक काव्य
अध्यापन-जून
2014 से
.......................................................................................................................................................
v पाठ्यक्रम के
उद्देष्य:
1. मैथिंलीशरण
गुप्त और सूर्यकातं त्रिपाठी ’निराला’ के
व्यक्तित्व से परिचित करना.
2. मैथिंलीशरण
गुप्त और सूर्यकातं त्रिपाठी ’निराला’ के खण्डकाव्य
से परिचित करना.
3. खण्डकाव्य के
चरित्र चित्रण एवं संवाद की विशेषताओं से
परिचित करना.
4. खण्डकाव्य के
देशकाल तथा वातावरण तत्त्व से परिचित करना
5. खण्डकाव्य की भाषा
शैली रस, वर्णन तत्त्व से परिचित करना.
.....................................................................................................................................................
पाठ्यपुस्तकें -
1 सैरैन्ध्री
(खण्डकाव्य)
- मैथिंलीशरण गुप्त
2 तुलसीदास (लम्बी
कविता)-
सूर्यकातं त्रिपाठी ’निराला’
युनिट 1 -सैरैन्ध्री
1 कवि परिचय
एवं कथावस्तु
2 चरित्र -
चित्रण
3 संवाद
युनिट 2- सैरैन्ध्री
4 देशकाल तथा
वातावरण
5 रस वर्णन
एवं उद्देश्य
6 भाषा शैली
युनिट 3 -तुलसीदास
1 कवि परिचय
2 कविता का
भावार्थ
3 कविता में
चित्रित चरित्र
युनिट 4 -तुलसीदास
4 कविता का
भाषा शैली
5 कविता में
चित्रित आधुनिक बोध
6 कविता का
उद्देश्य
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आधार/संदर्भ
ग्रंथ
1.प्रातिनिधिक
कहानियाँ- जैनेंद्र
2 .शादी
के जोकर - अब्दुल बिस्मिल्लाह
3. अब्दुल
बिस्मिल्लाह का कथा साहित्य – डॉ . वसीम मकानी, च्ंद्रलोक
प्रकाशन,कानपुर -208021
4. सलाम
- ओमप्रकाश वाल्मीकि, राधाकृष्ण प्रकाशन
5.
कल्पकता ( निबंध संग्रह ) - हजारीप्रसाद द्विवेदी
6. कथा
लेखिका सूर्यबाला- डॉ.मोनिका संतोष डावर, विशाल प्रकाशन,गंगा विहार, दिल्ली - 110094
7.
हिंदी हास्य - व्यंग्य संकलन - संपादक, श्रीलाल शुक्ल
8. सात राष्ट्रीय
रेडिओ नाटक - चिरंजीत, भारतीय प्रकाशन,संस्थान, दिल्ली
9.
स्कंदगुप्त (नाटक) - जयशंकर प्रसाद
10. आज
के लोकप्रिय कविः नीरज - संपादन
11. दो
पंक्तियों के बीच (कविता संग्रह ) - राजेश जोशी
12.
कबाडी का तराजू (कविता संग्रह ) - निर्मला गर्ग
13. यह
तुम भी जानो (कविता संग्रह ) - सुशीला टाकभौरे, स्वराज
प्रकाशन,दिल्ली
14. सूनो
चारूशीला (कविता संग्रह ) - नरेश सक्सेना
15. भीड
में सबसे अलग (गजल संग्रह) - जहीर कुरेशी
16 .गजलकार
जहीर कुरेशी की दृष्टी - डॉ. मधु खराटे, विद्या प्रकाशन,,
कानपुर
17.
आधुनिक हिंदी कविता में गजल - सुश्रीलता गुरव, विनय प्रकाशन,कानपूर.
18.
कविता आज - ए. अरविंदाक्षन, आनंद प्रकाशन,कोलकाता - 700 007
19.
हिंदी महिला काव्य - श्रीमती अनुराधा कुलकर्णी, अन्नपुर्णा
प्रकाशन,कानपुर -208014
20.
हिंदी महिला नाटककार - डॉ. भगवान जाधव, ए.बी.एस. प्रकाशन,वाराणसी
21.
हिंदी मराठी महिला नाटयलेखन में नारीवाद - डॉ.आर.जी.देसाई, ए.बी.एस.,
वाराणसी - 221007
22.
समकालीन हिंदी नाटक - डॉ.जसवंत भाई डी.पंड्या, ज्ञान प्रकाशन,कानपुर
23.
मन्नू भंडारी - सृजन के शिखर - किताब घर प्रकाशन, नई दिल्ली
24.
मन्नू भंडारी का रचनात्मक अवधान - किताब घर प्रकाशन, नई
दिल्ली
25.
श्रवणकुमार गोस्वामी का औपन्यासिक समाजशास्त्र -’ डॉ. सुनील
बनसोडे, विद्या प्रकाशन, कानपूर.
26.
हिंदी की लम्बी कविताओं का आलोचना पक्ष - राजेंद्रप्रसाद सिंह, राजकमल प्रकाशन,, दिल्ली
27.
हिंदी की चूनी हुई लम्बी कविताओं पर बातचीत - राजेंद्रप्रसाद सिंह अमन प्रकाशन,
28.
दीर्घ कविताएँ - सं. सुरेश कुमार जैन
शिवाजी
विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर ( महाराष्ट्र )
तृतीय
वर्ष (कला)
(
बी. ए. भाग - 3 हिंदी )
जून
2015 से लागू
हिंदी
स्पेशल
विधा
विशेष का अध्ययन
सत्र
– V ( प्रश्नपत्र क्र. VII )
.......................................................................................................................................................
उद्देश्य
:- (Objective)
· उपन्यास और
आत्मकथा के तात्त्विक स्वरूप का परिचय देना ।
· उपन्यासकार
एवं आत्मकथाकार के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से परिचित कराना ।
· रचना विशेष
का महत्त्व समझने एवं मूल्यांकन करने की क्षमता बढ़ाना ।
· रचना के आस्वादन
एवं समीक्षन की क्षमता विकसित कराना ।
· पाठ्यक्रम
में निर्धारित उपन्यास एवं आत्मकथन की प्रासंगिकता से अवगत कराना ।
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------
अध्ययनार्थ विषय:-
पाठ्यपुस्तक: आना
इस देश (उपन्यास): कृष्णा अग्निहोत्री
युनिट - 1
कृष्णा अग्निहोत्री
का जीवन परिचय,
व्यक्तित्व, कृतित्व एवं उपन्यासकार कृष्णा
अग्निहोत्री का सामान्यपरिचय
युनिट - 2
आना इस देश:-
कथावस्तु एवं शीर्षक
युनिट - 3
आना इस देश:- पात्र
एवं चरित्र-चित्रण तथा संवाद
युनिट - 4
आना इस देशः- देशकाल
तथा वातावरण,
भाषा-शैली, उद्देश्य एवं समस्याएँ
---------------------------------------------------------------------------
2
सत्र
- VI प्रश्नपत्र – XII
विधा
विशेष का अध्ययन
अध्ययनार्थ
विषय:-
पाठ्यपुस्तक - दोहरा
अभिशाप (आत्मकथात्मक उपन्यास) -कौसल्या बैसंत्री
युनिट - 1
1 कौसल्या
बैसंत्री का जीवन परिचय,
व्यक्तित्व, कृतित्व एवं आत्मकथाकार कौसल्या
बैसंत्री का सामान्य परिचय ।
2 दोहरा
अभिशाप: कथावस्तु एवं शीर्षक ।
3 दोहरा
अभिशाप: पात्र एवं चरित्र-चित्रण तथा संवाद।
4 दोहरा
अभिशाप: देशकाल तथा वातावरण, भाषा-शैली, उद्देश्य
एवं समस्याएँ
............................................................................................................
संदर्भ ग्रंथ:
1. हिंदी उपन्यास:
उद्भव और विकास डॉ. सुरेश सिन्हा
2. हिंदी उपन्यास: एक
अंतर्यात्रा - डॉ. रामदरश मिश्र
3. हिंदी उपन्यास:
स्थिति और गति - डॉ. चंद्रकांत बांदिवडेकर
4. महिला आत्मकथा
लेखन में नारी - डॉ. रघुनाथ देसाई
5. हिंदी आत्मकथा - डॉ.
सविता सिंह
6. कृष्णा
अग्निहोत्री: संपूर्ण साहित्य का मूल्यांकन - डॉ. निहारे गिते
7. दलित साहित्य
विविध आयाम - डॉ. सुनिता साखरे
8. दलित
साहित्य: प्रकृति और संदर्भ – डॉ. संजय नवले, डॉ. गिरीश काशिद
शिवाजी
विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर ( महाराष्ट्र )
तृतीय
वर्ष (कला) ( बी. ए. भाग - 3 हिंदी )
जून
2015 से लागू
हिंदी
स्पेशल
साहित्यशास्त्र
सत्र
- V . प्रश्नपत्र VIII
.......................................................................................................................................................
उद्देश्य :- (Objective)
1. साहित्य
की मर्म ग्राहिणी क्षमता का विकास कराना ।
2. काव्य
विभिन्न अंगो का सामान्य परिचय कराना ।
3. साहित्य
समीक्षा की दृष्टि विकसित कराना ।
4. भारतीय
तथा पाश्चात्य समीक्षा सिद्धांतों तथा
हिंदी आलोचना की विविध प्रणालियों का ज्ञान प्राप्त करना ।
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------
अध्ययनार्थ विषय:-
युनिट-1
काव्य/साहित्य
-स्वरूप,
तत्त्व, प्रयोजन, काव्य
के प्रकार ( दृश्य एवं श्राव्य काव्य संक्षिप्त परिचय)।
युनिट -2
शब्द शक्ति , काव्य
गुण, काव्य दोष ।
युनिट -3
रसः स्वरूप, रस
के अंग, रस के भेद ।
युनिट -4
अलंकार:
शब्दालंकार - अनुप्रास,
श्लेष, वक्रोक्ति, यमक ।
अर्थालंकार
- उपमा,
रूपक, दृष्टांत , अर्थातरन्यास
।
(लक्षण और उदाहरण अपेक्षित है, उपभेदों
का अध्ययन अपेक्षित नहीं)
.......................................................................................................................................................
4
सत्र-
VI प्रश्नपत्र XIII
साहित्यशास्त्र
युनिट 1
1) महाकाव्य:
भारतीय और पश्चिमी तत्त्व
2) प्रगीत:
स्वरूप,
तत्त्व औैर भेद
3) गजल:
स्वरूप,
प्रमुख अंग
युनिट-2
1) नाटकः
पश्चिमी तत्त्व
2) उपन्यासः
स्वरूप,
तत्त्व और प्रकार।
3) डायरी:
स्वरूप,
तत्त्व और प्रकार।
युनिट-3
1) आलोचना
स्वरूप
2) आलोचना के
प्रकार ( सैध्दांतिक,
मनोवैज्ञानिक, तुलनात्मक, मार्स्कवादी )
3) आलोचक के
गुण
युनिट-4
छंदं:
मात्रिक:
दोहा, तोमर, रोला, छाप्पय
वर्णिक: भुजुंगप्रयात, इंद्रव्रज्र,
शार्दुलविक्रीडित, स्त्रग्धरा (लक्षण औैर उदाहरण अपेक्षित है )
....................................................................................................................................................
संदर्भ ग्रंथ: -
1. काव्यशास्त्र -
भगीरथ मिश्र
2. काव्य के अंग - डॉ.
लक्ष्मीदत्त गौतम
3. भारतीय
काव्यशास्त्र के सिंद्धांत - डॉ. कृष्णदेव शर्मा
4. साहित्यशास्त्र - डॉ.
नारायण शर्मा
5. रस सिध्दांत - डॉ.
आनंद प्रकाश दीक्षित
6. पाश्चात्य
काव्यशास्त्र - डॉ. बच्चनसिंह
7. पाश्चात्य काव्यशास्त्र
के सिद्धांत - डॉ. शांतिस्वरूप गुप्त
8. भारतीय
काव्यशास्त्र भूमिका भाग - 1 2 - डॉ. नगेंद्र
.......................................................................................................................................................
शिवाजी
विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर ( महाराष्ट्र )
तृतीय
वर्ष (कला) ( बी. ए. भाग - 3 हिंदी )
जून
2015 से लागू
हिंदी
स्पेशल
हिंदी साहित्य का इतिहास ; सन
2000 ई.तक
सत्र-V
; प्रश्नपत्र IX
.......................................................................................................................................................
उद्देश्य :- (Objective)
1. हिंदी
साहित्य के इतिहास के कालविभाजन और नामकरण की समस्या से अवगत करना ।
2. आदिकालीन
प्रातिनिधिक रचनाओं एवं रचनाकारों से
परिचित करना ।
3. सगुण एवं
निर्गुण धरा के साहित्य से परिचय कराना ।
4. आधुनिक
काल के काव्य की विभिन्न धाराओं की विशेषताओं से परिचित करना।
.......................................................................................................................................................
अध्ययनार्थ
विषय:-
युनिट-1 आदिकाल
1) आदिकाल का
नामकरण और सामाजिक परिस्थितियाँ
2) आदिकाल की
राजनीतिक परिस्थितियाँ
3) आदिकाल की
प्रातिनिधिक रचनाएँ: पृथ्वीराज रासो एवं
बीसलदेव रासो का सामान्य परिचय।
युनिट-2 भक्तिकालः-
1) भक्तिकालीन
सामाजिक पारिस्थितियाँ
2)
भक्तिकालीन राजनीतिक,
परिस्थितियाँ
3)
भक्तिकालीन कवियों का सामान्य परिचय(
नामदेव,
रैदास, नंददास, मीराँ )
युनिट-3 निर्गुण भक्तिधारा
1) निर्गुण भक्तिधारा
की सामान्य विशेषताएँ
2) कबीरः
व्यक्तित्व और कृतित्व
3) जायसीः
व्यक्तित्व और कृतित्व
युनिट-4 सगुण
भक्तिधारा
1) सगुण
भक्तिधारा की सामान्य विशेषताएँ
2) तुलसीदासः
व्यक्तित्व और कृतित्व
3) सूरदासः
व्यक्तित्व और कृतित्व
.......................................................................................................................................................
6
सत्र-
VI प्रश्नपत्र XV
हिंदी
साहित्य का इतिहास ( सन 2000 ई. तक )
अध्ययनार्थ विषय:-
युनिट-1 रीतिकाल-
1) रीतिकाल:
- नामकरण एवं सामाजिक परिस्थितियाँ
2) रीतिकाल:
- राजनीतिक परिस्थितियाँ
3) प्रतिनिधि
कवियों का सामान्य परिचय:- केशवदास, मतिराम, देव, बिहारी
युनिट-2 आधुनिक काल -
1) आधुनिककालीन
सामाजिक पारिस्थितियाँ
2) आधुनिककालीन
राजनीतिक पारिस्थितियाँ
3)
युगप्रर्वतक साहित्यकार: भारतेन्दु , आ.महावीरप्रसाद द्विवेदी,जयशंकर प्रसाद , अज्ञेय
युनिट-3 गद्य् विधाओं
का विकास
1) उपन्यास
साहित्य 2) कहानी साहित्य
3) नाटक
साहित्य 4) आत्मकथा साहित्य
युनिट-4 काव्य की विभिन्न
काव्यधाराओं की विशेषताएँ
1) छायावाद
2) प्रगतिवाद
3) प्रयोगवाद
4) साठोत्तरी कविता
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संदर्भ पुस्तकें:-
1. हिन्दी साहित्य का
इतिहास - आचार्य रामचंद्र शुक्ल
2. हिन्दी साहित्य का
इतिहास - डॉ. नगेन्द्र
3. हिन्दी साहित्य की
प्रवृत्तियाँ - डॉ. जयकिशन खण्डेलवाल
4. हिन्दी साहित्य की
भूमिका - डॉ. हजारीप्रसाद द्विवेदी
5. हिन्दी साहित्य का
इतिहास - डॉ. बच्चनसिंह
6. हिन्दी साहित्य का
वैज्ञानिक इतिहास - डॉ. गणपतिचंद्र गुप्त
7. हिन्दी साहित्य:
युग और प्रवृत्तियाँ- डॉ. शिवकुमार शर्मा
8. हिन्दी साहित्य का
सही इतिहास - डॉ. चन्द्रभानु सोनवणे
9. द्वितीय
महायुद्धोत्तर हिन्दी साहित्य - डॉ. लक्ष्मीसागर वाष्र्णेय
10. हिन्दी नाटक
उद्भव और विकास - डॉ. दशरथ ओझा
11. हिन्दी साहित्य
का इतिहास - संपादक- डॉ. नगेन्द्र,
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शिवाजी
विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर ( महाराष्ट्र )
तृतीय
वर्ष (कला) ( बी. ए. भाग - 3 हिंदी )
जून
2015 से लागू
हिंदी
स्पेशल
प्रयोजनमूलक
हिंदी
सत्र-V
; प्रश्नपत्र –X
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उद्देश्य :-
(Objective)
1. प्रयोजनमूकल
हिंदी के व्यवहारिक पक्ष से अवगत करना .
2. पारिभाषिक
शब्दावली से परिचित करना ।
3. जनसंचार
मध्यमों से परिचय कराना ।
4. अनुवाद प्रक्रिया
से एवं अनुवादक के गुण से परिचित करना।
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अध्ययनार्थ विषय:-
युनिट-1: पारिभाषिक
शब्दावली:-दैनिक
व्यवहार में प्रयुक्त अंग्रेजी शब्दों के
हिंदी पर्यायवाची रूप
(परिशिष्ट में दिए हुए A तथा ब विभाग के 50 शब्द)
युनिट-2 संदर्भ
स्त्रोतों का सामान्य परिचय -
1) शब्द कोश
2) विश्व कोश
3) मुहावरें
और कहावते कोश
4) पारिभाषिक
शब्दकोश
5) समांतर
कोश ( थिसारस )
युनिट 3) जनसंचंचार
मुद्रित माध्यमों का सामान्य परिचय -
1) समाचार
पत्र
2) पत्र
पत्रिकाएँ
3) विज्ञापन
4) रिपोर्ताज
5) उद्घोषणा
युनिट 4) वृत्तांत
लेखनः-
1)
महाविद्यालयीन समारोह। 2) सामाजिक समारोह।
3) प्राकृतिक
आपदाएँ । 4) दूर्घटनाओं का वृत्तांतलेखन।
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सत्र-V
प्रश्नपत्र – XV
प्रयोजनमूलक
हिंदी
अध्ययनार्थ विषय:-
युनिट-1 पारिभाषिक
शब्दावली-
दैनिक
व्यवहार में प्रयुक्त अंग्रेजी शब्दों एवं पदनामों
के हिंदी पर्यायवाची रूप
परिशिष्ट
में दिए हुए C तथा D विभाग के शब्द एवं
पदनाम
युनिट 2:- संदर्भ
स्त्रोतों का सामान्य परिचय
1) इंटरनेट 2)
फेसबुकु 3) हॉटस्अॅप 4) ट्विटर 5) ई-मेल
युनिट-3) जनसंचार इलेक्ट्राँनिक
माध्यमों का सामान्य परिचय:-
1) रेडओ 2) दूरदर्शन
3) डाक्यूमेंटरी 4) टेली काँफ्रेंस
युनिट 4) अनुवाद
1) अनुवाद
स्वरूप और परिभाषा 2) अनुवाद का महत्त्व
3) अनुवाद के
प्र्रकार (विषय क्षेत्र के आधार पर) 4) अनुवादक के गुण
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संदर्भ ग्रंथ सूची:-
1. प्रयोजनमूलक
हिन्दी – डॉ . विनोद गोदरे,
वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली ।
2. प्रयोजनमूलक
हिन्दी - विविध परिदृश्य - डॉ. रमेशचंद्र त्रिपाठी, डॉ. पवन अग्रवाल,
अलका प्रकाशन, कानपुर ।
3. व्यवसायिक हिन्दी
- श्री. दुबे और प्रभाकर गुप्ता, नेशनल पब्लिशिंग हाऊस, नई दिल्ली ।
4. मिडिया में
कैरियर: पी. के. आर्य,
ग्रंथ अकादमी, नई दिल्ली - 110 002 ।
5. जनसंचार: कल और आज
- चंद्रकांत सरदाना /कृषि मेहता, ज्ञानगंगा, चावडी
बाजार, दिल्ली ।
6. पत्रकारिता के
सिद्धांत: डॉ. रमेशचंद्र त्रिपाठी, नमन प्रकाशन, दरियागंज, नई दिल्ली - 110 002 ।
7. मिडियाकालीन
हिन्दी: स्वरूप एवं संभावनाएँ - डॉ. अर्जुन चव्हाण, राधाकृष्ण प्रकाशन,
नई दिल्ली ।
8. इलेक्ट्राँनिक
मिडिया एवं सूचना प्रौद्योगिकी: डॉ. यू. सी. गुप्ता, अर्जुन पब्लिशिंग हाऊस,
दरियागंज, नई दिल्ली ।
9. पत्रकारिता: विविध
विधाए: डॉ. राजकुमारी रानी,
जयभारती प्रकाशन, इलाहाबाद - 211 003 ।
10. आधुनिक जनसंचार
और हिंदी - प्रो. हरिमोहन तक्षशिला प्रकाशन, नई दिल्ली
11. अनुवाद विज्ञान: डॉ.
भोलानाथ तिवारी,
किताब घर, दिल्ली ।
12. अनुवाद सिद्धांत
की रूपरेखा: डॉ. सुरेशकुमार, वाणी प्रकाशन, दिल्ली
।
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शिवाजी
विश्वविद्यालय,
कोल्हापुर ( महाराष्ट्र )
तृतीय
वर्ष (कला) ( बी. ए. भाग - 3 हिंदी )
जून
2015 से लागू
हिंदी
स्पेशल
भाषा
विज्ञान एवं हिंदी भाषा
सत्र-V
; प्रश्नपत्र XI
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उद्देश्य :-
(Objective)
1. भाषा के
विविध रूपों का परिचय कराना ।
2.
भाषाविज्ञान का सामान्य परिचय कराना ।
3. हिंदी
भाषा एवं लिपि के उद्भव और विकास का परिचय कराना ।
4. भाषा की
शुद्धता के प्रति छात्रों को जागृत कराना ।
5. मानक
हिंदी वर्तनी और व्याकरण से छात्रों को परिचित कराना ।
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अध्ययनार्थ विषय:-
युनिट-1
1) भाषा की
परिभाषाएँ
2) भाषा की विशेषताएँ
3) भाषा की उत्पत्ति एवं तत्संबंधी विविध वाद: दैवी
उत्पत्तिवाद,
धातु सिद्धांत , अनुकरण सिद्धांत , संपर्क सिद्धांत तथा समन्वित (समन्वय) सिद्धांत
युनिट-2
1) भाषा की
परिवर्तर्ननशिलता के कारण
2) भाषा के
विविध रूप-बोली और परिनिष्ठित भाषा
3)
बोलियों के बनने के कारण
4) बोली और
भाषा में अंतर
युनिट-3
1) हिंदी
भाषा का उद्भव और विकास
2) हिंदी का
शब्द समूह
3) हिंदी
भाषा के विविध रूप (राष्ट्रभाषा, राजभाषा, संपर्क
भाषा)
4) विश्व भाषा
के रूप में हिंदी
युनिट- 4
1) हिंदी की
बोलियाँ (अवधी,
ब्रज, खडी बोली, भोजपुरी,
दक्खिनी)
2) लिपि
विकास का सामान्य परिचय
3) देवनागरी
लिपि की वैज्ञानिकता
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सत्र-V
; प्रश्नपत्र XI
भाषा
विज्ञान एवं हिंदी भाषा
अध्ययनार्थ विषय:-
युनिट-1
1) भाषाविज्ञान
की परिभाषाएँ 2) भाषाविज्ञान के अध्ययन का महत्त्व
3)
भाषाविज्ञान की वैज्ञानिकता
युनिट-2
1)
भाषाविज्ञान के प्रधान अंगों का परिचय
(ध्वनिविज्ञान, पदविज्ञान,
शब्दविज्ञान, वाक्यविज्ञान,अर्थविज्ञान तथा प्रोक्तिविज्ञान)
युनिट-3 - भाषाविज्ञान
का अन्य ज्ञान-विज्ञानों से संबंध
1)
भाषाविज्ञान और साहित्य 2)
भाषाविज्ञान और व्याकरण
3)
भाषाविज्ञान और समाजविज्ञान 4) भाषाविज्ञान
और मनोविज्ञान
5)
भाषाविज्ञान और इतिहास 6) भाषाविज्ञान और भूगोल
युनिट-4 व्याकरण
1) कारकों के
अर्थ और प्रयोग 2) पदक्रम
3)
विराम-चिह्न (केवल अल्पविराम, निर्देशक (डैश) और अवतरण चिह्न)
4) मानक
वर्तनी के नियम
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संदर्भ
ग्रंथ सूची -
1. भाषाविज्ञान – डॉ.
भोलानाथ तिवारी ।
2. भाषाविज्ञान की
भूमिका - डॉ. देवेंद्रनाथ शर्मा ।
3. भाषाविज्ञान के
तत्त्व- डॉ. राजनारायण मौर्य ।
4. भाषाविज्ञान और
हिंदी भाषा - डॉ. सुधाकर कलावडे ।
5. भाषाविज्ञान के
सिद्धांत और हिंदी भाषा - डॉ. द्वारकाप्रसाद सक्सेना ।
6. संक्षिप्त
भाषाविज्ञान - डॉ. सुरेशचंद्र त्रिवेदी ।
7. हिंदी: उद्भव, विकास
और रूप - डॉ. हरदेव बाहरी ।
8. हिंदी भाषा - डॉ.
धीरेंद्र वर्मा ।
9. हिंदी भाषा की
विकास यात्रा - डॉ. रामप्रकाश ।
10. हिंदी भाषा, व्याकरण
और लिपि विज्ञान - डॉ. हरदान हर्ष ।
11. हिंदी व्याकरण -
कामताप्रसाद गुरु ।
12. नागरी लिपि और
उसकी समस्याएँ- डॉ. नरेश मिश्र ।
13. हिंदी की मानक
वर्तनी - कैलासचंद्र भाटिया, रचना भाटिया ।
14. मानक
हिंदी का शुद्धिपरक व्याकरण - डॉ. रमेशचंद्र मेहरोत्रा ।